कोरोनावायरस के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ भारत की अर्थव्यवस्था भी पटरी से उतर गई है. आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए सरकार 'जान भी जहान भी' की नीति पर काम कर रही है. ऐसे में अब गरीबों और मजदूर वर्ग के लिए सरकार राशन कार्ड बनवाने का प्रबंध कर रही है, जिससे उन्हें राशन से जुडी परेशानी नहीं उठानी पड़े. इसी कड़ी में लखनऊ के मौलवीगंज वार्ड में पार्षद मुकेश सिंह मोंटी भी असहाय व वंचित वर्ग के लोगों की सहायता के लिए कदम आगे बढ़ते हुए उनके राशन कार्ड की व्यवस्था करवा रहे थे, जिस कड़ी में अब तक वह 303 राशन कार्ड बनवा चुके हैं. इसी कर्म में पार्षद ने हाल ही में कुछ नए राशन कार्ड के फार्म नगर निगम के कर्मचारी को जांच हेतु जमा किए.
बता दें कि राशन कार्ड की उचित व्यवस्था के बिना बहुत से मजदूरों को राशन मिलने में कठिनाई हो रही है, जिस पर सरकार अपने स्तर पर कार्य कर रही है. हाल ही में नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने भी जरूरतमंद जनता के अस्थायी राशन कार्ड बनने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि गरीबों और जरूरतमंदों के लिए अनाज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अस्थायी राशन कार्ड की व्यवस्था की जानी चाहिए वो भी बिना किसी पहचान के.